वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 16 फरवरी को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर हैं. इस दौरान पीएम ने 50 परियोजनाओं को लोकार्पण किया. वहीं, महाकाल एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. ये प्राइवेट ट्रेन तीन धार्मिक शहरों- वाराणसी, उज्जैन और ओमकारेश्वर को जोड़ेगी. काशी पहुंचे पीएम मोदी सबसे पहले जंगमबाड़ी मठ पहुंचे, जहां उन्होंने पूजा अर्चना की और कहा कि मठों द्वारा दिखाए रास्ते पर चलते हुए हम अपने जीवन के संकल्प पूरे करने हैं.
मठों द्वारा दिखाए रास्ते पर चलते हुए, संतों द्वारा दिखाए रास्ते पर चलते हुए, हमें अपने जीवन के संकल्प पूरे करते हैं और राष्ट्र निर्माण में भी अपना पूरा सहयोग करते चलना है. देश सिर्फ सरकार से नहीं बनता बल्कि एक-एक नागरिक के संस्कार से बनता है. नागरिक के संस्कार को उसकी कर्तव्य भावना श्रेष्ठ बनाती है. एक नागरिक के रूप में हमारा आचरण ही भारत के भविष्य को तय करेगा, नए भारत की दिशा तय करेगा. भारत में राष्ट्र का ये मतलब कभी नहीं रहा कि किसने कहां जीत हासिल की, किसकी कहां हार हुई. हमारे यहां राष्ट्र सत्ता से नहीं, संस्कृति और संस्कारों से सृजित हुआ है, यहां रहने वालों के सामर्थ्य से बना है. संस्कृति और संस्कृत की संगम स्थली में आप सभी के बीच आना, मेरा लिए बहुत बड़ा सौभाग्य है. बाबा विश्वनाथ के सानिध्य में, मां गंगा के आंचल में, संत वाणी का साक्षी बनने का अवसर बार-बार नहीं मिलता.
पीएम मोदी पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मारक पर 63 फीट ऊंची प्रतिमा का भी अनावरण किया. देश में ये उनकी सबसे बड़ी प्रतिमा है. एक साल तक दिन रात काम करके 200 से अधिक शिल्पकारों ने इस प्रतिमा को पूरा किया है. इस स्मारक केंद्र में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के जीवन और समय से संबंधित जानकारियां होंगी. ओडिशा के लगभग 30 शिल्पकारों और दस्तकारों ने पिछले साल इस परियोजना पर कार्य शुरू किया था.
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