लखनऊ. तब्लीगी जमात की लापरवाही के कारण भारत में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ गया है, वहीं जमात से जुड़े लोग सरकार की मदद भी नहीं कर रहे हैं. निजामुद्दीन स्थित मरकज से कोरोना संक्रमण लेकर हजारों लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में छिपे बैठे हैं. पुलिस तलाश कर रही है.
उत्तर प्रदेश में भी ऐसा ही हो रहा है, लेकिन बरेली की पुलिस जब एक स्थान पर जमातियों को खोजने गई तो उल्टा उन पर हमला कर दिया गया. यही नहीं चौकी फूंकने की कोशिश भी की गई.
यह है पूरा घटनाक्रम
जानकारी के मुताबिक बरेली के इज्जत नगर क्षेत्र के गांव करमपुर चौधरी में तब्लीगी जमात से जुड़े लोग होने की सूचना पर सोमवार 6 अप्रैल को दोपहर 1 बजे दो सिपाही पहुंचे थे. जानकारी चाही तो कुछ ग्रामीणों ने इन्कार करते हुए सिपाहियों से हाथापाई की. फिर भी पुलिस मौके से दो लोगों को बैरियर वन चौकी ले आई. दोपहर करीब 3 बजे ग्राम प्रधान तसब्बुर खान के नेतृत्व में करीब 200 लोग चौकी पर पहुंच गए और चौकी जलाने का प्रयास किया.
सूचना पर एसएसपी अभिषेक वर्मा समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे तो उनसे भी हाथापाई की गई. बाद में पुलिस ने लाठियां चला कर भीड़ को भगाया. मौके से 14 लोगों को हिरासत में लिया गया है. गांव और चौकी पर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. बवाल करने वालों पर सख्त कार्रवाई की तैयारी है. ये लोग तब्लीगी जमात के नहीं हैं, मगर उन लोगों को तलाशने की बात पर हमलावर हो गए थे. बता दें, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी ऐसे घटनाक्रम को सख्ती से निपटने के आदेश दे चुके हैं.
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