Thursday , March 28 2024
Breaking News

PM मोदी ने किया UAE में प्रथम हिंदू मंदिर का शिलान्यास

Share this
  • ओपेरा हाऊस में लगे मोदीमोदी के नारे

अबू धाबी। अबू धाबी में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले हिंदू मंदिर की आधारशिला रखी। उन्होंने UAE के ओपेरा हाऊस में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए हिंदू मंदिर का शिलान्यास किया। उन्होंने अबू धाबी में भव्य मंदिर के लिए 125 करोड़ भारतीयों की ओर से वली अहद शहजादा मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह मंदिर केवल वास्तुकला और महिमा के मामले में ही अनोखा नहीं होगा, बल्कि पूरे विश्व में लोगों को ‘वासुधैव कुटुंबकम’ का संदेश भी देगा।’

गौरतलब है कि  यह मंदिर 55000 वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा और यह 2020 में पूरा होगा। इसका निर्माण भारतीय शिल्पकार कर रहे हैं। इस दौरान ओपेरा हाऊस में भारत माता की जय और मोदी-मोदी के नारे लगे। वहीं पीएम मोदी के संबोधन से पहले ओपेरा हाउस में भारतीय छात्रा सुचेता ने गुजराती, असमिया, मलयालम समेत अन्य भारतीय भाषाओं में गीत गाकर दर्शकों को आकर्षित किया। सुचेता 107 भाषाओं में गीत गा सकती हैं उनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हो चुका है।

इसके साथ ही मोदी ने ओपेरा हाऊस में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का खाड़ी देशों से गहरा संबंध है। मोदी ने कहा कि खाड़ी देशों से हमारा नाता सर्फ कारोबार का नहीं बल्कि सहयोग का भी है। उन्होंने कहा कि खाड़ी देशों की विकास यात्रा में 30 लाख से ज्यादा भारतीय भी शामिल हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी यूएई की 2015 की अपनी यात्रा के बाद दूसरी बार यहां आए हैं।
मोदी ने अपने संबोधन में कहा यहां के लोगों के प्रेम और स्नेह के लिए मैं शुक्रिया अदा करता हूं। उन्होंने कहा कि देश बदल रहा है, अब लोग यह नहीं कहते कि कैसे होगा, वो बस अब करने में यकीन रखते हैं। मोदी के संबोधन के दौरान तालियां गड़गड़ाती रहीं और मोदी-मोदी के नारे लगते रहे। उन्होंने कहा कि नोटबंदी को गरीब ने सही माना जबकि कुछ लोगों की नींद उड़ गई। मोदी ने कहा कि लोगों के लिए प्रिय नहीं, बल्कि फायदे होने वाले कदम उठाने जरूरी हैं।
मोदी ने अबूधाबी के शहजादे मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से मुलाकात कर अनेक विषयों पर बातचीत की और इस दौरान दोनों देशों के बीच पांच समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। इसमें इंडियन ऑयल के नेतृत्व वाले कंपनी समूह को अपतटीय तेल सुविधा में 10% हिस्सेदारी देने का समझौता भी शामिल है। इस दौरान शहजादे ने कहा कि हम दोनों भारत-यूएई के रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम प्रतिबद्ध हैं कि कैसे इनसे दोनों देशों और पूरे दुनिया को फायदा होगा।’’ प्रतिनिधि स्तर की वार्ता से पहले प्रधानमंत्री मोदी और अबूधाबी के शहजादे के बीच निजी बातचीत भी हुई। दोनों नेताओं के बीच रिश्तों को और बेहतर बनाने के लिए बातचीत हुई।’’ बातचीत के बाद दोनो पक्षों ने ऊर्जा के क्षेत्र, रेलवे, श्रमशक्ति और वित्तीय सेवाओं जैसे क्षेत्रों में पांच समझौते किए। यहां भारतीय दूतावास से जारी एक बयान में कहा गया कि इंडियन कंसोर्टियम (ओवीएल, बीपीआरएल और आईओसीएल) तथा अबूधाबी नेशलन ऑयल कंपनी (एडीएनओसी) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इसके तहत भारतीय कंपनियों के समूह को अबूधाबी के अपतटीय लोअर जाकुम सुविधा तेल क्षेत्र में 10% हिस्सेदारी मिलेगी। यह सुविधा उसे 40 साल यानी 2018 से 2057 तक के लिए मिलेगी। इसमें कहा गया कि यह यूएई के अपस्ट्रीम ऑयल सेक्टर में पहला भारतीय निवेश है।

 

Share this
Translate »