लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा समाजवादी पार्टी के बाबत दिए गए बयान को लेकर सपा सदस्यों ने विधानसभा में आज जबरदस्त हंगामा किया। सपा सदस्यों का आरोप था कि योगी ने समाजवादियों पर आतंकवाद, भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद बढ़ाने संबंधी बयान दिया था। इस आरोप से नाराज सपा सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की।
वहीं सपा के हंगामा और भारी विरोध के चलते राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा नहीं हो सकी । सपा के सदस्य योगी की टिप्पणी के विरोध में वेल में आकर कर रहे थे हंगामा और नारेबाजी। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि अव्यवस्थित सदन में अभिभाषण पर चर्चा संभव नहीं है। उधर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि सपा के अधिनायकवादी रवैया के चलते दो दिन से सदन नहीं चल रहा है। उन्होंने सपा पर सिमी जैसे संगठन को क्लीन चिट देने का आरोप भी लगाया।
नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी का कहना था योगी ने समाजवादियों का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह, डा. राममनोहर लोहिया और जय प्रकाश नारायण सरीखे कई बड़े नेता समाजवादी थे। संवैधानिक पद पर बैठे योगी का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। वेल में सपा सदस्य नारा लगा रहे थे योगी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी-नहीं चलेगी। इसके साथ ही ऐलान किया कि जब तक मुख्यमंत्री माफी नहीं मांगंगे, सदन चलने नहीं दिया जाएगा।
संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि सपा सदस्यों को सही जानकारी नहीं है। वैसे भी मीडिया रिपोर्ट के आधार पर सदन में कोई मुद्दा नहीं उठाया जा सकता। वहीं खन्ना के जवाब से असंतुष्ट सपा सदस्यों ने वेल में धरना भी दिया। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन सपा सदस्य नारेबाजी करते रहे। जिसके चलते दीक्षित ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।
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