नई दिल्ली। भगोड़े हीरा कोराबारी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण की लंदन की एक अदालत में चल रही सुनवाई को लेकर सियासत तेज होती जा रही है। मामले ने कांग्रेस में शामिल बंबई और इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व जज अभय थिप्से की नीरव के पक्ष में गवाही देने से तूल पकड़ा है। भाजपा ने इस मामले में कांग्रेस और राहुल गांधी को निशाने पर लिया है।
गौरतलब है कि भाजपा नेता व केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि अत्यधिक संदिग्ध परिस्थितियां बताती हैं कि कांग्रेस नीरव मोदी को बचाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। कांग्रेस की ओर से एक पूर्व न्यायाधीश ब्रिटेन में न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए काम कर रहे हैं, हमारी जांच एजेंसी प्रभावी तरीके से इसका जवाब देगी। दरअसल, अभय थिप्से ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिए गवाही में लंदन की अदालत को बताया कि केंद्रीय जांच ब्यूरो के नीरव पर लगाए गए आरोप भारतीय कानूनों के तहत नहीं टिक पाएंगे।
इससे पहले भाजपा नेता व प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसी को लेकर राहुल गांधी को घेरा। उन्होंने ट्वीट कर राहुल पर सवाल दागे। उन्होंने कहा, यहां भारत में राहुल गांधी नीरव मोदी को लेकर सरकार से सवाल पूछते हैं दूसरी तरफ राहुल के खास व कांग्रेस के अभय थिप्से (पूर्व जज) नीरव मोदी के पक्ष में गवाह बनते हैं। आखिर क्या है जो राहुल नहीं चाहते कि नीरव भारत आए। उस रात पार्टी में राहुल और नीरव में क्या लेन-देन हुआ था?
खबरों के मुताबिक, अपनी गवाही में चेस ग्रैंडमास्टर प्रवीण थिप्से के भाई अभय थिप्से ने कहा कि जबतक आपके साथ धोखा न हुआ हो तबतक भारतीय कानून के तहत धोखाधड़ी का केस नहीं बन सकता है। अगर एलओयू (LoU) करने में धोखाधड़ी नहीं हुई हो तो इसमें धोखे का तो कोई सवाल ही नहीं उठता है।
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