लखनऊ. लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प के बाद देश में चीन और चीनी उत्पादों का विरोध तेज हो गया है. हरियाणा और महाराष्ट्र के बाद अब उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी चीनी उत्पादों पर रोक लगाने का निर्णय लिया है.
प्रदेश के बिजली विभाग ने चीनी बिजली मीटर और अन्य उपकरणों के उपयोग पर रोक लगाने की घोषणा की है. ऐसे में बिजली विभाग के निर्देश पर अब चीनी बिजली मीटर हटाए जाएंगे. पाव कॉरपोरेशन को एफिशिएंशी सर्विसेज लिमिटेड द्वारा मुहैया कराए गए मीटर को हटाने का निर्देश दिया गया है. साथ ही भविष्य में चायनीज मीटर का उपयोग न करने को भी कहा गया है.
गौरतलब है कि लद्दाख की गलवान घाटी में भारत के 20 सैनिकों की शहादत के बाद चीन के खिलाफ गुस्से को देखते हुए इससे पहले महाराष्ट्र और हरियाणा की सरकार ने चीनी कंपनियों को लेकर कड़े फैसले लिए हैं.
वहीं हरियाणा की मनोहरलाल खट्टर की सरकार ने हिसार और यमुनानगर में चीनी कंपनियों के टेंडर रद्द कर दिए हैं. सरकार ने हिसार के पावर प्लांट में टेंडर हासिल करने वाली बीजिंग की कंपनी और यमुनानगर में एक प्रोजेक्ट में भागीदार शंघाई की कंपनी का टेंडर रद्द कर दिया है. सरकार ने कहा है कि अब नए सिरे से टेंडर जारी किए जाएंगे.
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