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खुदरा महंगाई दर घटकर पहुंची 5.30 फीसदी, सब्जियों के दाम 11% से ज्यादा गिरे

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नई दिल्ली. कोरोना वायरस महामारी के बीच आम आदमी और सरकार को महंगाई के मोर्चे से अच्छी खबर मिली है. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, खुदरा महंगाई दर में और कमी हो गई है. आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त 2021 में खुदरा महंगाई दर 5.30 फीसदी रही, जो जुलाई 2021 में तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंचकर 5.59 फीसदी हो गई थी. वहीं, अगस्त 2020 के दौरान आपूर्ति श्रृंखला में अड़चनों के कारण देश में खुदरा महंगाई की दर 6.69 फीसदी पर पहुंच गई थी. अगस्त 2021 में खाद्य वस्तुओं के दाम में कमी के कारण खुदरा महंगाई दर लगातार दूसरे महीने रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के लक्ष्य के भीतर रही है.

खाद्य तेल, ईंधन और बिजली महंगाई दर बढ़ी

आरबीआई का लक्ष्य खुदरा महंगाई दर को 2 फीसदी मार्जिन के साथ 4 फीसदी पर बनाए रखना है. एनएसओ के डाटा के मुताबिक, सब्जियों की कीमतों में अगस्त 2021 के दौरान 11.7 फीसदी की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है. इससे खाने-पीने की चीजों के दाम 3.11 फीसदी बढ़े, जो जुलाई में 3.96 फीसदी थे. इस दौरान खाद्य तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर चिंता बनी हुई है. साल-दर-साल आधार पर खाद्य तेल की कीमतों में 33 फीसदी की तेजी आई है. वहीं, ईंधन और बिजली की महंगाई दर बढ़कर 12.95 फीसदी पर पहुंच गई. वहीं, सेवा क्षेत्र की महंगाई दर  भी अगस्त 2021 में 6.4 फीसदी के उच्चस्तर पर बनी रही.

खुदरा महंगाई दर में धीरे-धीरे होगा और सुधार

रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने हाल में कहा था कि खुदरा महंगाई दर में धीरे-धीरे सुधार दर्ज किया जाएगा. उन्होंने उम्मीद जताई थी कि जल्द ही खुदरा महंगाई 6 फीसदी के दायरे के भीतर पहुंचकर थम जाएगी. उन्होंने जुलाई 2021 में मौद्रिक नीति समिति की बैठक में कहा था कि मौद्रिक नीति को फिलहाल देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर तय करना जरूरी है. साथ ही कहा कि महामारी के दौरान आरबीआई का पूरा जोर आर्थिक वृद्धि पर था. ऐसे में खुदरा महंगाई के लक्ष्?य को 4 फीसदी के बजाय 2 से 6 फीसदी के दायरे में रखना तय किया गया.

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