न्यूयार्क. तालिबानी नेताओं के ट्विटर अकाउंट इन दिनों काफी सक्रिय हैं, जब से अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा हुआ है, तालिबान अपनी छवि बदलने के लिए नए-नए के हथकंडे अपना रहा है. तालिबानी नेता कभी प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं तो कभी सोशल मीडिया का सहारा लेकर अपनी बात दुनिया के सामने रख रहे हैं, इसको लेकर एक नई बहस शुरू हो गई है.
अमेरिका ने ट्विटर समेत कई टेक कंपनियों पर सवाल खड़े किए हैं. अमेरिका में कंपनी से सवाल पूछा जा रहा है कि अगर तालिबान जैसे आतंकी संगठन का प्रवक्ता ट्विटर पर एक्टिव अकाउंट चला सकता है, तो फिर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अकाउंट ट्विटर अकाउंट अभी तक बंद क्यों पड़ा है.
अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी के नेता मेडिसन ने सवाल पूछा है कि ऐसा क्या है कि तालिबान का प्रवक्ता ट्विटर पर अकाउंट चला रहा है, लेकिन अमेरिका का पूर्व राष्ट्रपति नहीं चला पा रहा है? अमेरिका की ये बड़ी टेक कंपनियां आखिर किसकी तरफ हैं. इनके अलावा कई अन्य नेताओं ने भी इस मसले को उठाया है.
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