लखनऊ. उत्तर प्रदेश में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और दीदारगंज से वर्तमान में विधायक सुखदेव राजभर का सोमवार को लखनऊ में निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार थे और निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. सुखदेव राजभर बसपा के वरिष्ठ नेताओं में से एक गिने जाते थे लेकिन कुछ समय पहले ही उन्होंने समाजवादी पार्टी की तरफ रुख कर लिया था. उल्लेखनीय है कि राजभर 5 बार विधायक रहे हैं. वे लालगंज से तीन बार और दीदारगंज से दो बार विधायक रहे हैं. वे 2007-2012 तक मायावती के शासन में उत्तर प्रदेश विधानसभा के स्पीकर भी रहे. वे मायावती, कल्याण सिंह और मुलायम सिंह यादव की कैबिनेट में मंत्री पद भी संभाल चुके थे.
किसान परिवार में हुआ था जन्म
5 सितंबर 1951 में दीदारगंज विधानसभा के बड़हन गांव में एक किसान परिवार में सुखदेव राजभर का हुआ था जन्म. वे पेशे से वकील थे और लालगंज तहसील से ही उन्होंने अपना राजनीतिक सफर शुरू किया था. अपने लंबे राजनीतिक सफर के दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश में रही सरकारों में बड़ी भूमिकाएं निभाईं.
सीएम योगी ने जताया दुख
सुखदेव राजभर के निधन की खबर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे एक वरिष्ठ जनप्रतिनिधि थे और उन्हें संसदीय नियमों व परंपराओं की गहरी जानकारी थी. राजभर निर्धन और कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए हमेशा काम करते रहे. उन्होंन शोक संतप्त परजिनों के प्रति भी गहरी संवेदना व्यक्त की. वहीं समाजवादी पार्टी के ट्वीटर हैंडल पर भी संवेदना व्यक्त की गई और लिखा गया यूपी विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ राजनेता श्री सुखदेव राजभर जी का निधन अपूरणीय क्षति. शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना, दिवंगत आत्मा को शांति दे भगवान! ‘सामाजिक न्याय’ को समर्पित आप का राजनीतिक जीवन सदैव प्रेरणा देता रहेगा.
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