नई दिल्ली। समाजसेवी अन्ना हजारे ने रामलीला मैदान में तकरीबन सात दिनों से जारी अनशन खत्म करने का एलान किया है। जानकारी के मुताबिक केंद्र सरकार से मिले आश्वासन के बाद अन्ना ने यह फैसला लिया। ज्ञात हो कि सशक्त लोकपाल, चुनाव सुधार प्रक्रिया और किसानों की मांगों को लेकर रामलीला मैदान में समाजसेवी अन्ना हजारे तकरीबन सात दिनों से अनशन कर रहे थे।
गौरतलब है कि अन्ना का अनशन खत्म कराने के लिए गिरीश महाजन और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस दिल्ली के रामलीला मैदान पहुंचे। यहां उन्होंने अन्ना को जूस पिलाया। दिल्ली के रानलीला मैदान में 23 मार्च से अनशन पर बैठे अन्ना हजारे की लगातार तबीयत खराब हो रही थी। अन्ना के स्वास्थ्य की देखरेख कर रहे डॉ. धनंजय ने बुधवार को बताया था कि अन्ना का वजन 5.5 किलोग्राम कम हो चुका है। रक्तचाप भी 186/100 है जो कि काफी ज्यादा है। शुगर के स्तर में भी काफी गिरावट आई है। ऐसे में उन्हें ज्यादा से ज्यादा आराम करने और पानी पीने की सलाह दी गई थी।
उल्लेखनीय है कि पिछले दो दिनों से केंद्र सरकार की तरफ से महाराष्ट्र सरकार के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन और अन्ना के बीच हो रही बातचीत भी विफल हो गई थी।इससे पहले केंद्र सरकार की तरफ से जो मसौदा पेश किया गया उसे अन्ना हजारे ने ठुकरा दिया था। बुधवार को अन्ना ने कहा था कि सरकार फसल की बिक्री का मूल्य निर्धारित करे। अगर किसानों को निर्धारित मूल्य से कम दाम मिलता है तो उसकी भरपाई सरकार करे। कृषि मूल्य आयोग को संवैधानिक दर्जा मिले और स्वायत्तता दी जाए। साथ ही सरकार किसानों का कर्ज माफ करे।
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