झांसी! झांसी से सांसद केन्द्रीय मंत्री उमा भारती ने भाजपा के असंतुष्ट नेताओं के खिलाफ विवादित टिप्पणी की है. उन्होंने विगत दिनों दिल्ली प्रवास के दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ पार्टी के कुछ नेताओं की मुलाकात पर एक वेबसाइट के प्रतिनिधि को अपनी टिप्पणी दे रही थी उस टिप्पणी में उमा भारती ने कहा कि वो (ममता से मुलाकात करने वाले भाजपा नेता) मजदूर की तरह हैं जो खुद को अवध के नवाब वाजिद अली शाह के वारिस समझते हैं. उन्होंने कहा कि इन लोगों की राष्ट्रीय राजनीति या पार्टी में कोई भूमिका नहीं है. इनकी हालात लखनऊ के उन मजूदरों की तरह है जो अभी भी दावा करते हैं कि वे नवाब वाजिद अली शाह के वंशज हैं.
गौरतलब है कि हाल के दिनों में भाजपा के असंतुष्ट नेता शत्रुघ्न सिन्हा, यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी ने दिल्ली में सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की थी ताकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक मोर्चा बनाया जा सके. इसी मुलाकात पर निशाना साधते हुए उमा भारती ने कहा कि तीसरे मोर्चे का कोई भविष्य नहीं है, क्योंकि इसका गठन नकारात्मक विचारधारा के तहत पीएम मोदी को हराने के लिए किया जा रहा है. उमा भारती ने कहा कि वीपी सिंह और एचडी देवगौड़ा के शासनकान में भी तीसरे मोर्च का गठन किया गया था. भाजपा ने हमेशा इनका समर्थन किया था, लेकिन अब साथ आ रही पार्टियों का राज्य के बाहर अपना कोई जनाधार नहीं है.
भारती ने आगे कहा कि पीएम मोदी का विरोध करने के अलावा इस मोर्च की कोई विचारधारा नहीं है. उनके पास देश के लिए कुछ नहीं है. मोदी के खिलाफ ये ध्रुवीकरण फेल हो जाएगा. दूसरी तरफ भ्रष्टाचार पर बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नौकरशाह पीएम मोदी और सीएम योगी के साथ तालमेल रखने में सक्षम नहीं थे. आतंकवाद की तरह भ्रष्टाचार अपने आप पैदा होता है, लेकिन इसे दबाने के लिए हमें तेजी से काम करना होगा.
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