लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शिक्षमित्रों को लेकर आज प्रदेश की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि हमारी सरकार ने दिया जिनको जीने का सहारा उनको ये सरकार आत्महत्या के लिए मजबूर कर रही है।
उन्होंने कहा कि हमने जिन शिक्षामित्रों को शिक्षक बना कर रोजगार व शिक्षातंत्र को सशक्त करा था उन्हें भाजपा ने आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया है। आंदोलन की बरसी पर महिला-पुरुष शिक्षामित्रों का केश त्यागना वस्तुत: भाजपा में विश्वास का भी त्याग है। शिक्षामित्रों के हर संघर्ष में समाजवादी साथ हैं।
गौरतलब है कि चार सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 70 दिनों से इको गार्डन पार्क में धरना दे रहे शिक्षामित्राें का धैर्य बुधवार काे जवाब दे गया। यहां सैंकड़ाें महिला-पुरुष शिक्षामित्राें ने यूपी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन मुंडन करवाकर किया। इस मामले पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला है।
साथ ही ज्ञात हो कि सरकार ने 25 जुलाई, 2017 में समायोजन रद्द कर दिया था। तब से लेकर अब तक 705 शिक्षा मित्रों की मौत हो चुकी है। जिसकाे लेकर आज शिक्षामित्र काला दिवस के रूप में मना रहे हैं।
आईटीई एक्ट 2009 के तहत 1ए24ए000 पैरा टीचर को अपग्रेड करते हुए शिक्षा अधिकार अधिनियम कानून के तहत पूर्ण शिक्षक का दर्जा दिया जाए। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा नियमावली के अनुसार पूर्णशिक्षक शिक्षक का वेतनमान भी दिया जाए।
- जो शिक्षा मित्र आरटीई ऐक्ट 2009 में किसी विधिक पहलू के कारण समाहित नहीं हो सकते हैं।
- उन्हें भारत के राजपत्र 2017 के अनुसार सहायक अध्यापक पद पर रखते हुए चार –वर्ष में उत्तराखंड की तर्ज पर टेट उत्तीर्ण करने की छूट प्रदान की जाए।
- जो शिक्षा मित्र टेट उत्तीण हैंए उनको बिना लिखित परीक्षाए उम्र और अनुभव का भरांक देकर नियमित किया जाए।
बिहार मॉडल के तर्ज पर असमायोजित शिक्षा मित्रों को समान कार्य समान वेतन के आधार पर 12 माह 62 वर्ष सेवा का अवसर दिया जाए। - मृतक शिक्षा मित्रों के परिवार को उचित मुआवजा और आर्थिक सुरक्षा के लिए परिवार के किसी एक सदस्य को उसकी योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाए।
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