हैदराबाद। करणी सेना के विरोध के बाद पद्मावत फिल्म की अब हमेशा से अपने विवादित बयानों से चर्चा में रहने वाले आल इंडिया मजलिसे इत्तेहादुल मुस्लीमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ऐसी तैसी की है। जिसके तहत उन्होंने हिंदी फिल्म ‘पद्मावत’ को ‘मनहूस’ बताते हुए मुलमानों से इसे न देखने की अपील की है। वारंगल शहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि पद्मावत’ एक ‘मनहूस’ और ‘गलीज’ फिल्म है। उन्होंने कहा कि अल्लाह ने तुम्हें जीवन में कुछ अच्छी चीजें करने के लिए बनाया है, जो कि सदियों तक याद की जाए। उन्होंने कहा कि इस फिल्म को देखकर युवा अपना समय और पैसा बर्बाद न करें।
गौरतलब है जब कि उच्चतम न्यायालय ने फिल्म‘पद्मावत’को रिलीज के लिए केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) द्वारा मिली मंजूरी को निरस्त करने संबंधी याचिका की सुनवाई से आज इंकार कर दिया। पेशे से वकील एम एल शर्मा ने मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष मामले का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पद्मावत को रिलीज किये जाने से कई राज्यों में कानून एवं व्यवस्था की समस्या उत्पन्न होने की आशंका है। ऐसे में न्यायालय को सीबीएफसी द्वारा फिल्म को रिलीज के लिये दी गई मंजूरी समाप्त कर देनी चाहिए।
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