भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस भर्ती में दलितों के साथ भेदभाव का एक नया मामला सामने आया हैं। जहां पर राज्य पुलिस में कांस्टेबल की भर्ती के चयनित हो चुके उम्मीदवारों के मेडिकल जांच के दौरान उनकी छाती पर एससी-एसटी लिख दिया गया।
गौरतलब है कि दरअसल मध्य प्रदेश सरकार ने कुछ दिनों पहले धार जिले में कांस्टेबल की भर्ती चलाया था। जिसे लेकर भर्ती प्रक्रिया के दौरान उम्मीदवारों का मेडिकल जांच जारी थी। आपको बता दें कि साल 2017 में मध्य प्रदेश सरकार ने पुलिस विभाग में आरक्षकों की भर्ती को लेकर विज्ञापन निकाला था।
ज्ञात हो कि मध्यप्रदेश पुलिस में सहायक उपनिरीक्षक कम्प्यूटर, प्रधान आरक्षक, कम्प्यूटर आरक्षक, संवर्ग के लिए कुल 14 हजार 88 पदों पर प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड द्वारा परीक्षा आयोजित की गई थी। जिसके बाद लिखित परीक्षा में पास उम्मीदवारों मेडिकल परीक्षा की थी। जिसमें नियमों के मुताबिक उम्मीदवार के लिए सेवा में चयनित होने के लिए सामान्य वर्ग के लिए 168 सेमी और एससी-एसटी वर्ग के लिए 165 सेमी की लंबाई होना तय किया गया था।
इसी के चलते आयोग ने एससी-एसटी वर्ग से संबंध रखने वाले उम्मीदवारों की पहचान करने के लिए मेडिकल के दौरान उनकी छाती पर निशानदेही के लिए एससी-एसटी दर्ज करा दिया। वहीं दूसरी तरफ मामले के मीडिया में आने के बाद पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र सिंह ने मामले में सफाई देते हुए कहा कि पिछली बार प्रशासन से अंजाने में किसी तरह की भूल हो गई थी। इसलिए इस बार हो सकता है कि अस्पताल प्रशासन ने ऐसा किया हो। लेकिन हम इसके बावजूद भी मामले को संज्ञान में लेकर इसकी जांच करेंगे।
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