अलीगढ़। अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में लगी मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर से उपजे विवाद का सिलसिला थमने का नाम नही ले रहा है। वहीं अब इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेहद सख़्त लहजे में कहा कि जिन्ना ने हमारे देश का बंटवारा किया है। हम किस तरह उनकी उपलब्धियों का बखान कर सकते हैं।
इतना ही नही उन्होंने ये भी कहा कि भारत में जिन्ना का महिमामंडन बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं, जल्द ही इसकी रिपोर्ट भी मिल जाएगी। जैसे ही रिपोर्ट मिलेगी, वह इस मामले में कोई कड़ा कदम उठाएंगे। बता दें कि, बीजेपी सांसद सतीश गौतम ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के कुलपति तारिक मंसूर को एक पत्र लिखा था, जिसमें संस्थान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की फोटो प्रदर्शित करने के लिए स्पष्टीकरण मांगा गया था।
गौरतलब है कि पत्र में गौतम ने लिखा था कि सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि जिन्ना की फोटो एएमयू में लगी हुई है। फोटो एएमयू के किस विभाग और कहां लगी हुई है, उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं हैं। उन्हें अवगत कराया जाए कि यदि तस्वीर लगी हुई है तो किन कारणों से लगी है। इसे एएमयू में लगाने की क्या मजबूरी है? क्योंकि पूरा विश्व जानता है कि जिन्ना भारत और पाकिस्तान बंटवारे के मुख्य सूत्रधार थे।
ज्ञात हो कि जमीयत उलमा-ए-हिंद प्रमुख मौलाना महमूद मदानी ने जिन्ना की तस्वीर को लेकर कहा कि भारत में रह रहे मुस्लिम जिन्ना और उनकी विचारधारा को खारिज करते हैं। हम इसके खिलाफ हैं। तस्वीर को हटा देना चाहिए। वहीं लगातार हो रहे विवाद के बाद एएमयू के हॉल से जिन्ना की तस्वीर को हटा दिया गया था। इसके पीछे तर्क दिया गया था कि अभी परिसर की सफाई चल रही है इसलिए तस्वीरों को हटाया जा रहा है।
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