नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज बेहद ही सधे अंदाज में मोदी पर वार करते हुए कहा कि वो खुद को महिला सशक्तिकरण का मसीहा बताते हैं। अब उन्हें पार्टी की राजनीति से ऊपर उठकर बातचीत करनी चाहिए और संसद में महिला आरक्षण बिल को पास करना चाहिए। कांग्रेस पार्टी संसद के आगामी मानसून सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पर बिना किसी शर्त के समर्थन करेगी। उन्होंने इस मामले से संबंधित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भी लिखा है।
गौरतलब है कि राहुल गांधी का यह बयान उस वक्त आया है, जब शनिवार को पीएम मोदी ने यूपी में एक रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर तीन तलाक बिल में अवरोध पैदा करने का आरोप लगाया है। पीएम मोदी ने रैली में पूछा था कि ‘क्या कांग्रेस मुस्लिम पुरुषों की रैली है।’
जिसके जवाब में सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि वह 18 जुलाई से आरंभ हो रहे संसद के मानसून सत्र में महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराएं। पीएम को खत लिखते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘भाजपा और सहयोगी दलों के पास लोकसभा में बहुमत है।
साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे में इस ऐतिहासिक विधेयक को पारित कराने के लिए आपके सहयोग की जरूरत है। मैं आशा करता हूं कि इसमें अवरोध पैदा नहीं होगा।” गांधी ने कहा कि कांग्रेस इस विधेयक को पारित कराने में सरकार का पूरा सहयोग करेगी।
उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक के समर्थन में कांग्रेस ने देश भर में 32 लाख हस्ताक्षर कराये हैं। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने महिलाओं की सुरक्षा और उनसे जुड़े मुद्दों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर विफल रहने का आरोप लगाया और कहा कि सरकार महिला आरक्षण विधेयक को पारित कराए।
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