लखनऊ। देश के सुप्रसिद्ध बाल साहित्यकार और कवि शंकर सुल्तानपुरी का लम्बी बीमारी के बाद सोमवार की सुबह निधन हो गया। बाल साहित्य की लगभग 500 से ज्यादा किताबें लिखने वाले शंकर हिन्दी साहित्य की सभी विधाओं में सिद्धहस्त माने जाते थे।
इतना ही नही बल्कि लघु कहानियां लिखने के साथ-साथ उन्होंने कई बेहतरीन कविताएं भी रचीं। कथाकार के रूप में भी उनकी पहचान रही है। तपस्वी भारत, बनदेवी का बेटा, खिलौनेवाली, दुखभंजन की शोधयात्रा, महाकवि मंजनू आदि उनकी प्रमुख पुस्तकों में शामिल हैं। शंकर सुल्तानपुरी के निधन पर वरिष्ठ हास्य कवि सर्वेश अस्थाना, अट्टहास के अनूप श्रीवास्तव समेत कई लेखकों, साहित्यकारों ने शोक व्यक्त किया है।
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