नई दिल्ली. कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के बीच सरकार की ओर से बड़ा दावा किया गया है. नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि भारत सरकार एक दिन में पांच लाख तक कोरोना मामलों से निपटने के लिए स्वास्थ्य संबंधी देखभाल ढांचा तैयार कर लिया है. हालांकि इस दौरान उन्होंने जोर देकर कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि भविष्य में इतनी भारी संख्या में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आएंगे. नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने संक्रमण के मामलों में संभावित बढ़ोतरी को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भारत की तैयारियों का विवरण साझा किया.
वीके पॉल ने कहा कि राज्यों से मिली रिपोर्ट के अनुसार कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए देश में 8.36 लाख बिस्तर उपलब्ध हैं और इसके अलावा उनकी देखभाल के लिए केंद्रों में करीब 10 लाख (9,69,885) क्वारंटाइन (पृथक-वास) वाले बेड तैयार हैं. इस दौरन पॉल ने कहा कि इसके अतिरिक्त 4.86 लाख ऑक्सीजन उपलब्धता वाले बेड्स और 1.35 लाख आईसीयू बेड्स उपलब्ध हैं.
मीडिया से बात करते हुए वीके पॉल ने कहा, संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी आई है लेकिन तैयारियां कम नहीं हैं. यह दैनिक मामलों से निपटने के लिए मजबूत और सतत हैं. यह राज्य सरकारों की ओर से किया जा रहा शानदार काम है. इस काम में काफी हद तक केंद्र सरकार की भागीदारी के साथ निजी क्षेत्र का सहयोग हासिल हुआ है.
नीति आयोग के सदस्य ने कहा कि अब 1,200 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि देश में कोई भी ऐसा जिला नहीं हैं जहां इस तरह का संयंत्र नहीं हो. उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी भी संभावित ऑक्सीजन की कमी के संकट से बचने के लिए देशभर में करीब 4,000 पीएसए ऑक्सीजन प्लांट तैयार कर लिए गए हैं.
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