मालिश पीड़ादायक, घायल मांसपेशियों के लिए राहत हो सकती है लेकिन नई रिसर्च बताती है कि ये उनको मजबूत बना सकती है और जल्दी ठीक भी कर सकती है. रिसर्च के तौर पर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने जख्मी चूहों के पैर की मांसपेशियों की मालिश करने के लिए लगातार 14 दिनों तक छोटा रोबोटिक मशीन इस्तेमाल किया. उनकी तुलना उस कंट्रोल ग्रुप से की गई जिनकी मालिश नहीं की गई थी. हालांकि चूहों के दोनों ग्रुप पखवाड़े में ठीक होने लगे थे, लेकिन इलाज का ज्यादा फायदा मालिश किए गए चूहों के ग्रुप में था.
मालिश करने से बुरी तरह चोटिल मांसपेशियों के टिश्यू जल्दी साफ हो गए. उसके साथ ही रिसर्च में पाया गया कि जितना ज्यादा मालिश का बल इलाज के दौरान लगाया गया, जख्मी मांसपेशियां उतनी ही मजबूत बन गईं, जिससे संकेत मिला कि मैकेनो थेरेपी चोट के बाद मांसपेशी की रिकवरी में सुधार करती है. रिसर्च में शामिल वैज्ञानिक अब समान उपकरणों का परीक्षण बड़े जानवरों और अंत में लोगों पर करने की योजना बना रहे हैं. उनका कहना है कि मांसपेशियों को मालिश करने के फायदे लंबे समय तक थ्योरी में रहे हैं, लेकिन इस रिसर्च ने बिल्कुल साफ संबंध को दिखा दिया
कई वर्ष पहले शोधकर्ताओं ने चूहों में जख्मी टिश्यू पर मैकेनो थेरेपी के असर को तलाशना शुरू किया. उन्होंने पाया कि इससे मांसपेशी के दोबारा प्रजनन की दर दोगुनी हो गई और टिश्यू के घाव दो सप्ताह के इलाज में कम हो गए. नतीजों के आधार पर टीम ने देखने का फैसला किया कि ये प्रक्रिया शरीर में कैसे काम करती है. वैज्ञानिकों ने बताया कि नतीजे से मैकेनिकल उत्तेजना और इम्यून कार्य के बीच बहुत स्पष्ट संबंध का पता चलता है. उन्होंने स्पष्ट किया कि रिसर्च को एक दिन बुढ़ापे में लोगों की मांसपेशियों को स्वस्थ रखने के लिए समान मसाज तकनीक बनाने की बुनियाद हो सकती है.
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