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लोकसभा उपचुनाव: सभी ने लगाया था अपना दमखम, फिर भी मतदान का प्रतिशत रहा कम

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लखनऊ। गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज सुबह शुरू हुआ मतदान शांतिपूर्वक सम्पन्न हुआ।. मतदान की रफ्तार सुबह से ही काफी धीमी रही, जो शाम तक धीमी ही बनी रही. सियासी दलों के भरपूर प्रयास के बावजूद वह वोटरों को लुभाने में नाकाम रहे हैं  जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर में शाम 5 बजे तक जहां करीब 43 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. वहीं फूलपुर में 38% मतदान दर्ज किया गया

ज्ञात हो कि पिछली बार फूलपुर में करीब 50 फीसदी मतदान हुआ था. हालांकि गोरखपुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और फूलपुर में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मतदान के बाद अपनी पार्टी के दोनों उम्मीदवारों की जीत के दावे किए

सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरक्षनाथ मंदिर मतदान केन्द्र पर रविवार पहला वोट डाला। वोट डालने के बाद योगी ने संवाददाताओं से कहा कि जनता ने अराजक राजनीति को नकार दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सकारात्मक राजनीति को स्वीकारा है। योगी ने कहा कि भाजपा को पहला वोट मिला है, इसलिए पार्टी बड़े अन्तराल से जीतेगी। गोरखपुर संसदीय सीट पर हो रहे उपचुनाव में भाजपा के उपेन्द्र शुक्ल और समाजवादी पाटी के प्रवीण निषाद के बीच कड़ी टक्कर है।
कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुए मतदान में फूलपुर ज्वाला देवी इंटर कॉलेज में डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने भी पहुंच कर मतदान कर दिया है। मतदान करने के बाद डिप्टी सीएम ने कहा कि जैसे मैंने अपने मत का सही प्रयोग करके मतदान किया है वैसे ही जनता भी अपना मत का सही प्रयोग करके मतदान करें।
गोरखपुर से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी प्रवीण निषाद ने भी अपना वोट डाला। वोट डालने के बाद प्रवीण ने कहा कि सरकार के सारा जोर लगा देने के बाद भी हम यहां से चुनाव जीत रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बार भाजपा को सपा भारी मतों से हराएगी। इस क्रम में बीजेपी सांसद श्यामा चरण गुप्त ने अपने परिजनों के साथ मतदान किया।
केन्द्रीय वित्त राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ल ने अपनी पत्नी जानकी देवी के साथ गोरखपुर शहर स्थित सेंट एन्ड्रूज कालेज मतदान केन्द्र पर अपना वोट डाला।  वोट डालने के बाद शुक्ल ने पत्रकारों से कहा कि पूरे देश की जनता को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पूरा विश्वास है और वह प्रधानमंत्री के विकास कार्यों को स्वीकारते हुए उनके हर निर्णय के साथ है।
इसी तरह मुख्यरूप से इमामबाड़ा स्टेट के सज्जादा नशीन, अदनान फारूख अली शाह उर्फ मियां साहब, गोरखपुर के महापौर सीताराम जयसवाल,गोरखपुर शहर के विधायक डा़ राधा मोहन दास अग्रवाल, बसपा, निषाद, पीस पार्टी के समर्थित सपा उम्मीदवार प्रवीण निषाद, भाजपा प्रत्याशी उपेन्द्र दत्त शुक्ल, बीजेपी सांसद श्यामा चरण गुप्ता, शहर काजी मुफता मौलाना वली उल्लाह ने भी अपना-अपना वोट डाला।

इन दोनों ही लोकसभा सीटों पर बीजेपी, सपा और कांग्रेस के बीच मुकाबला होने की संभावना है। बसपा ने उपचुनाव में प्रत्याशी नहीं खड़े किए हैं। बीजेपी ने गोरखपुर से उपेंद्र दत्त शुक्ला को और फूलपुर सीट से कौशलेन्द्र सिंह पटेल को उम्मीदवार बनाया है। सपा ने गोरखपुर से प्रवीण निषाद और फूलपुर से नागेन्द्र सिंह पटेल को मैदान में उतारा है। वहीं, कांग्रेस ने गोरखपुर से सुरहिता करीम व फूलपुर से मनीष मिश्र को टिकट दिया है।
दोनों उपचुनाव के लिए पोलिंग बूथ पर सुबह से ही मतदाताओं की कतार लगनी शुरु हो गई थी। कई मतदान केन्द्रों पर तड़के से ही चहलकदमी प्रारंभ हो गई थी। मतदान शुरु होने के समय एक-दो केन्द्रों पर इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन(ईवीएम) में गड़बड़ी आई लेकिन समय रहते उसे ठीक कर लिया गया। मतदान में इसकी वजह से बाधा नहीं पहुंची।
उपचुनाव में 4728 ईवीएम कण्ट्रोल यूनिट, 7098 बैलट यूनिट तथा 4728 वीवीपैट तैयार किए गए थे। सभी मतदेय स्थलों पर वीवीपैट लगाए गए थे। वीवीपैट लग जाने से मतदाताओं को पता चल सकेगा कि जिस उम्मीदवार के सामने वाले खाने का बटन दबाया है, वोट उसी को गया है। इस बार चुनाव आयोग ने सभी ईवीएम में वीवीपैट लगाने का निर्णय लिया। वहीं बताया जा रहा है कि वीवीपैट को शुरू होने में कम से कम 30 मिनट से 45 मिनट तक का समय लग रहा था।
मतदान शान्तिपूर्ण और निष्पक्ष संपन्न कराने के लिए सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। इस चुनाव के लिए अद्र्धसैनिक बल एवं पीएसी की 65 कंपनियां तैनात की गई थी। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केन्द्रों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। साथ ही अतिसंवेदनशील 95 बूथों पर वेबकासटिंग कराई ।
उपचुनाव के लिए दोनों क्षेत्रों में कुल 4296 मतदेय स्थल तथा 1808 मतदान केन्द्र बनाये गये थे। मतदान पर सतर्क दृष्टि रखने के लिए आयोग द्वारा चार सामान्य प्रेक्षक, दो पुलिस प्रेक्षक तथा 2 व्यय प्रेक्षक तैनात किए गए थे। इनके अलावा 289 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 39 जोनल मजिस्ट्रेट, 20 स्टैटिक मजिस्ट्रेट तथा 200 माईक्रो और आब्जर्वर तैनात किए गए थे।

 

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