नई दिल्ली। कर्नाटक में जारी घमासान और जोर आजमाईश के बीच आज राज्यपाल ने कल के फ्लोर टेस्ट के लिए केजी बोपैया को प्रोटेम स्पीकर बनाया है। बोपैया भाजपा विधायक हैं। इससे पहले कांग्रेस विधायक आरवी देशपांडे और भाजपा के उमेश कट्टी का नाम इसके लिए सबसे आगे चल रहा था। सदन में सबसे सीनियर विधायक को ही इस पद पर रखा जाता है। बोपैया तीन बार भाजपा के टिकट पर विधायक रह चुके हैं। शक्ति परीक्षण का काम फिर प्रोटेम स्पीकर की निगरानी में ही होगा।
वहीं बोपैया को प्रोटेम स्पीकर बनाने का विरोध जताते हुए कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि जो भाजपा ने किया है, वह नियमों के खिलाफ है। आदर्श तौर पर सबसे सीनियर सदस्य को इस पद के लिए चुना जाता है।
जबकि भाजपा नेता प्रकाश जावडेकर ने कहा कि केजी बोपैया को 2008 में भी उस समय के गवर्नर ने प्रोटेम स्पीकर बनाया गया था। बोपैया की उम्र उस समय आज से भी 10 साल कम थी। कांग्रेस की अपत्ति निराधार है। बोपैया की नियुक्ति पूरी तरह से नियमों के मुताबिक हुई है।
गौरतलब है कि इससे पहले भाजपा के विधायक राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे। दूसरी तरफ, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमें इतना मालूम है कि किसी मंत्री द्वारा विधायकों को फोन किया, बुलाया गया और बाद में पकड़कर भी रखा।
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