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एक और MLA ने भाजपा के दामन पर दाग लगाया, शादी के झांसे में नाबालिग को दो साल तक शिकार बनाया

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लखनऊ। एक तरफ लोकसभा चुनाव एक दम सिर पर आन पड़े हैं वहीं ऐसे में अभी उन्नाव गैंगरेप काण्ड की आग पूरी तरह से ठंडी भी नही हो पाई थी कि अब भाजपा के एक और विधायक पर उनकी नौकरानी की बेटी ने शादी का झांसा देकर दो सालों तक बलात्कार किये जाने का आरोप लगाया है और साथ ही ये भी कहा है कि अगर उसे इंसाफ नही मिला तो वह आत्महत्या कर लेगी। जो कि बेहद ही गंभीर मामला है अगर कहीं ऐसे में पीड़िता द्वारा वाकई ऐसा कदम उठाया जाता है तो फिर विपक्ष को सुनहरा मौका मिल जायेगा।

गौरतलब है कि प्रदेश के बदायूं जिले के बिसौली विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक कुशाग्र सागर पर उनके घर पर काम करने वाली नौकरानी की बेटी से बलात्कार करने का आरोप लगा है। इस सिलसिले में पीड़िता का कहना है कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह आत्महत्या कर लेगी। इसके अलावा पीड़िता ने पुलिस में दर्ज शिकायत में बीजेपी विधायक कुशाग्र सागर और उनके समर्थकों द्वारा उन्हें मामला वापिस लेने की धमकियां देने का भी आरोप लगाया है।

पीड़िता द्वारा पुलिस में दायर शिकायत के अनुसार बीजेपी विधायक पिछले दो सालों से उसे शादी का झांसा देकर उसके साथ बलात्कार कर रहा था। पीड़िता के मुताबिक इस बात की खबर जब विधायक के पिता और पूर्व विधायक योगेंद्र सागर को लगी तो उन्होंने पीड़िता के बालिग होने पर उसकी शादी अपने बेटे से कराने का झूठा आश्वासन दिया। पीड़िता का आरोप है कि बीजेपी विधायक ने पहली बार उसका बलात्कार उस वक्त किया जब वह नाबालिग थी।

साथ ही पीड़िता का कहना है कि मुझे लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के बाद मामले की जांच शुरु कर दी है।  पीड़िता ने कहा कि वैसे तो मैं इस भरोसे में थी कि वो मुझसे शादी कर लेगें पर अब जब विधायक की शादी किसी और लड़की से तय कर दी गई है तब जाकर के मैंने पुलिस में विधायक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। ज्ञात हो कि विधायक कुशाग्र सागर की शादी अगले महीने 17 जून को होनी है।

पीड़िता का कहना है कि जब उसने इस बात की शिकायत पुलिस में कि तो विधायक ने मुझे अपना मुंह बंद करने के ऐवज में 20 लाख रुपए देने की पेशकेश की जिसे मैंने लेने से मना कर दिया। वहीं विधायक ने अपने ऊपर लगे आरोपों को झूठा बताया है। SSP बरेली ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच सीओ थर्ड को दे दी है। लगता है कि उन्नाव मामले से अभी भी पुलिस चेती नही है जो फिर से रसूखदारों के आगे नतमस्तक होकर वो ही पुरानी गलती दोहरा रही है। जो संभवतः बहुत भारी पड़ सकती है।

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