डेस्क। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के मंत्रीमण्डल में न सिर्फ आंशिक फेरबदल होने की संभावना है बल्कि मंत्रालयों की संख्या में भी भारी कटौती भी होना भी तय माना जा रहा है। क्यों कि इस पर योगी और आरएसएस के नेताओं के साथ बैठक के दौरान बखूबी विचार विमर्श भी हो चुका है। जानकारों के अनुसार जिसके तहत अब CM योगी की कैबीनेट में मौजूद मंत्रालयों की संख्या घटकर तकरीबन आधी के आसपास ही रह जायेगी।
गौरतलब है कि हाल ही में के सीएम योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के नेताओं के साथ मीटिंग की। सूत्रो के अनुसार हालांकि इस मीटिंग में वैसे तो तमाम अहम मुद्दों पर विचार मंथन हुआ वहीं एक अहम बात ये भी तय हुई कि यूपी में मंत्रालयों की संख्या घटाकर काफी कम करने पर विचार किया गया है।
इन्हीं सब कारणों के चलते ऐसा माना जा रहा है कि अब उत्तर प्रदेश में मंत्रिमंडल में फेरबदल देखने को मिल सकता है। अगर मंत्रिमंडल में फेरबदल हो जाता है तो कई मंत्रियों की कुर्सी चली जाएगी। सूत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक होने वाले लोकसभा चुनवों के मद्देनजर राम मंदिर समेत कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। वहीं यूपी में हुए लोकसभा के उपचुनावों में हार के बाद राज्य की सरकार पर सवाल उठने लगे हैं।
ज्ञात हो कि जहां सीएम योगी आदित्यनाथ खास तौर से आरएसएस के महासचिव भैय्याजी जोशी और वरिष्ठ नेता कृष्ण गोपाल से मिलने दिल्ली पहुंचे। वहीं इसके साथ ही उन्होंने दिल्ली में आरएसएस के नेताओं से मिलने के बाद सीएम योगी ने शाम को लखनऊ में भी आरएसएस के नेताओं मुलाकात की। इस मुलाकत में मंत्रिमंडल में फेरबदल और राम मंदिर के मुद्दे पर चर्चाकी गई।
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