नई दिल्ली। अविश्वास प्रस्ताव पर जारी बहस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का अंदाज कुछ अजीबो-गरीब रहा उनकी कई बातें और हरकतें सदन की मर्यादा के लिहाज से अनुचित थीं जिसके चलते ही संभवतः स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि राहुल मेरे बेटे जैसे हैं दुश्मन नहीं। हम सब को अपनी मर्यादाओं का समझना चाहिए।
गौरतलब है कि आज अविश्वास प्रस्ताव पर जारी बहस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगाना स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सही नहीं ठहराया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष के बर्ताब पर नाराजगी जताते हुए कहा कि सदन में आंख मारने की हरकत गलत है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राहुल मेरे बेटे जैसे हैं दुश्मन नहीं। हम सब को अपनी मर्यादाओं का समझना चाहिए।
ज्ञात हो कि राहुल गांधी ने मोदी की कड़ी आलोचना करने के बाद अप्रत्याशित रूप से उनकी सीट पर जाकर ‘जादू की झप्पी’ दी, जिस पर सदन भौंचक्का रह गया और फिर ठहाकों से गूंज उठा। मोदी ने बैठे-बैठे ही उनसे हाथ मिलाने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया, लेकिन राहुल ने हाथ मिलाने के बजाय गले लगने का इशारा किया।
इतना ही नही बल्कि भाषण के दौरान सुमित्रा महाजन ने कई बार राहुल को नियम कानून समझाए। जब उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया तो स्पीकर ने उनसे कहा कि आप डायरेक्ट आरोप नहीं लगा सकते। अगर आप किसी पर आरोप लगाते हैं तो सबूत होना चाहिए। किसी भी व्यक्ति, मिनिस्टर पर आरोप करते हैं तो उस मिनिस्टर को भी बात अपनी बात रखने का मौका मिलेगा।
इसके साथ ही महाजन ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पूरे मंत्रिमंडल पर है। आप पीएम पर आरोप लगाए तो कोई न कोई सबूत देना पड़ता है। उन्होंने कहा कि मुझे भी कई सारी चीजें सुननी होती हैं, लेकिन हो हल्ले में कई बातें छूट जाती हैं। ऐसे में एक्सपंज करने का अधिकार स्पीकर का होता है। आरोप ठीक नहीं है तो उसको भी एक्सपंज कर सकते हैं।
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