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मेरठ: जातीय संघर्ष में नौबत इस हद तक आई, दर्जनों हुए घायल और नवयुवक ने जान गंवाई

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लखनऊ। प्रदेश के जनपद मेरठ में कांवड़ झांकी देखने के दौरान शुरू हुए मामूली विवाद ने अहम के चलते देखते ही देखते न सिर्फ जातीय संघर्ष का विकराल रूप घारण कर लिया बल्कि इसके चलते जहां एक नवजवान की दर्दनाक मौत हो गई वहीं तकरीबन दर्जन भर से अधिक लोग घायल भी हो गए हैं। वहीं गंभीर हालातों के मद्देनजर इलाके में भारी मात्रा में पुलिस और आरएएफ बल तैनात कर दिया गया है। साथ ही तमाम आला अफसर मौके पर पहुचकर मामले की छानबीन में जुटे हैं। साथ ही फौरी कारवाई के तहत तीन लोगों को मिगरफ्तार भी किया जा चुका है।

मिली जानकारी के मुताबिक जनपद मेरठ में गंगानगर थाना क्षेत्र के ऊलदेपुर गांव में बुधवार शाम को कांवड़ यात्रा को देखने को लेकर दलित और ठाकुर समाज के लोगों में संघर्ष हो गया था। जिस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रात में मामले को शांत करा दिया था। लेकिन गुरुवार सुबह को फिर से दोनों पक्ष के लोगों में खूनी संघर्ष हो गया है। आरोप है कि ठाकुर समाज के लोगों ने दलित समाज के लोगों की पिटाई कर दी थी। जिसको लेकर बवाल हो गया।

बताया जाता है कि इस दौरान एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। युवक की हत्या के बाद दलित समाज के लोगों में आक्रोश भड़क गया। इस दौरान दोनों तरफ से जमकर लाठी-डंडे व धारदार हथियार चले। इसमें दर्जनों लोग घायल हो गए। वहीं सूचना मिलते ही एसएसपी राजेश पाण्डेय और डीएम अनिल ढींगरा मय पुलिसफोर्स मौके पर पहुंच गए है।

बताया जा रहा है कि मृतक युवक शामली में तैनात कांस्टेबल योगेंद्र का भतीजा है। युवक की हत्या के बाद घटनास्थल पर पहुंचे योगेंद्र सिंह दहाड़े मार कर रोने लगे। उनका कहना है कि मेरे भतीजे का कोई कसूर नहीं लेकिन उसे पीट-पीटकर मार डाला। साथ ही मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं इलाके में भारी तनाव को देखते हुए मौके पर करीब आठ थानों की पुलिसफोर्स तैनात है। दलित समाज के लोगों ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर गांव के मुख्य चौराहे पर शव रखकर जाम लगा दिया है। पुलिस ने ठाकुर समाज के तीन युवकों को हिरासत में ले लिया है।

गौरतलब है कि ऐसा कोई पहली बार नही हुआ है दरअसल ऊलदेपुर गांव में ठाकुर और दलित समाज के लोगों के बीच करीब तीन साल से जातीय विवाद चला आ रहा है। दोनों बिरादरी में संघर्ष की घटनाएं अक्सर होती रही हैं। इसी क्रम में जब दलित समाज के तीन युवक बुधवार रात कांवड़ देखने मोदीपुरम गए तो इसी दौरान रास्ते में गांव के ठाकुर समाज के युवकों ने उनके साथ मारपीट कर दी। जिसकी खबर मिलते ही गांव में तनाव फैल गया था। जिसकों कुछ लोगों ने उस वक्त शांत करा दिया था लेकिन सुबह होते ही मामला फिर भड़क गया और दलित समाज के लोग ठाकुरों की बस्ती में पहुंच गए। वहां दोनों बिरादरी के लोगों में जमकर संघर्ष हुआ। जिसमें दोनों ही तरफ से जमकर लाठी डंडे तथा अन्य हथियारों का इस्तेमाल हुआ।

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