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प्रदेश की कानून व्यवस्था पर उठा फिर सवाल, दो साधुओं और तीन युवकों की हत्या पर हुआ बवाल

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लखनऊ। प्रदेश में स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर बेखौफ अपराधियों ने दो अलग-अलग जनपदों में क्रमशः दो साधुओं समेत तीन युवकों की हत्या किये जाने से जहां लोग खासे आक्रोशित हो गए वहीं लोगों ने इन घटनाओं को लेकर रोड जाम कर विरोध प्रदर्शन भी किया।

गौरतलब है कि  प्रदेश के जनपद बिधूना में जहां कोतवाली क्षेत्र के कुदरकोट में स्थित भयानक नाथ मंदिर में मंगलवार रात हमलावरों ने धारदार हथियार से 2 साधुओं की हत्या कर दी। जबकि एक साधु उनके हमले से गंभीर रूप से घायल हो गया। सुबह जानकारी होते ही कोहराम मच गया। आसपास के गांव के लोग मौके पर पहुंच गए और कुदरकोट चौराहे पर जाम लगा दिया। सूचना पर पहुंची कई थानों की पुलिस से लोगों की तीखी झड़प हुई।

हालात को बेकाबू होते देख मौके पर पीएसी के साथ एसपी नागेश्वर सिंह और डीएम श्रीकांत मिश्रा भी मौके पर पहुंच गए। लोग सीएम योगी को बुलाने की मांग पर अड़े हैं। हालात नाजुक बने बने हुए हैं, हत्या के पीछे गोकशी की सूचना पुलिस को देना माना जा रहा है। मृतकों में लज्जाराम और बकेवर के हल्केराम शामिल हैं। बिधुना के रामशरण गंभीर रूप से घायल हुए हैं। तीनों साधु चारपाई से बंधे मिले। एक साधु की जीभ कटी हुई पाई गई है।

वहीं जबकि जनपद संतकबीरनगर के खलीलाबाद कोतवाली थाना क्षेत्र की मुखलिसपुर रोड पर मंगलवार को रेलवे ओवर ब्रिज से महज 50 मीटर दूर तीन युवकों के शव मिले थे। इस घटना को लेकर पूरे इलाके में गुस्‍से का माहौल है। बुधवार को यह गुस्‍सा सड़क पर नज़र आया। लोगों ने नमाज के बाद जाम लगाया और जमकर नारेबाजी की।

बताया जाता है कि तिहरे हत्याकांड के लिए पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लोगों ने अपना गुस्‍सा जाहिर जमकर जताया। जाम की सूचना पर पुलिस के जिम्मेदार मौके पर पहुंच गए और लोगों को शांत कराते रहे। लेकिन आक्रोशित भीड़ नहीं मानी। मौके पर पहुंचे एसपी शैलेश कुमार पांडेय ने तहरीर लेकर मुकदमा दर्ज करने और कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया, उसके बाद लोगों ने जाम को खत्म किया। इस बीच करीब एक घंटे तक आवागमन पूरी तरह से ठप रहा।

जानकारी के मुताबिक मुहल्लेवासियों ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। पठान टोला मोहल्ले से शव उठने के बाद मुख्य मार्ग पर लाया गया। जहां पर सभी लोगों ने जनाजा की नमाज अदा की। उसके बाद शव को वही रखकर सड़क जाम कर दिया। दरअसल रेलवे ट्रैक के पास शव मिलने के बाद से ही परिजन व मुहल्ले के लोग तीनों युवकों की हत्या किए जाने का आरोप मढ़ते रहे।

इतना ही नही इसके साथ ही मोहल्ले वालों का आरोप था कि पुलिस इसे दुर्घटना मानकर हत्यारों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। वहीं पुलिस के जिम्मेदार तहरीर न मिलने की बात कहते रहे। सुबह तक जब मुकदमा नहीं दर्ज हुआ तो मोहल्ले के लोग भड़क गए और सड़क पर उतर गए। मार्ग जाम होने की जानकारी होने के बाद कोतवाल सुधीर कुमार सिंह मय फोर्स मौके पर पहुंच गए।

कोतवाल ने पठान टोला के लोगों को काफी समझाया बुझाया। उसके बाद भी लोगों का आक्रोश शांत नही हुआ। कोतवाल ने तहरीर लेकर कार्रवाई का भी आश्वासन दिया। लेकिन मुहल्ले के लोग एसपी को बुलाने की मांग पर अड़ गए। कोतवाल ने मामले की सूचना एसपी को दी।  इसके बाद एसपी शैलेश कुमार पांडेय तत्काल मौके पर पहुंच गए। एसपी ने आक्रोशित भीड़ को शांत कराते हुए मामले में कार्रवाई करने का निर्देश कोतवाल सुधीर कुमार सिंह को दिया। उन्होंने ने कहा कि परिजन किसी के बहकावें में न आएं। पूरी तरह से निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।

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