लखनऊ। उत्तर प्रदेश में जहां एक तरफ अपराध चरम पर पहुंचते जा रहे हैं और पुलिस अपराधियों से पार पाने में भले ही नाकाम साबित हो रही हो लेकिन वसूली करने में उसका कोई जवाब नही है इस काम में आड़े आने पर वह यह तक भूल जाती है कि उसके सामने उसका अपना अफसर है और वह बिना सोचे समझे उसके हाथ पैर तोडने में भी गुरेज नही करती है। ऐसा ही ताजा मामला शनिवार को उस वक्त देखने को मिला जब पुलिस मुख्यालय लखनऊ से भेजे गए पुलिस अधिकारियों के एक दल पर बालू भरे ट्रकों से अवैध वसूली कर रहे बांदा जिले के गिरवां थाने के पुलिसकर्मियों ने शनिवार को हमला बोल दिया जिससे एक अधिकारी के हाथ-पैर टूट गए।
हालांकि इस मामले में थानाध्यक्ष और एक सिपाही को निलंबित कर चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. पुलिस अधीक्षक शालिनी ने बताया कि बालू भरे ट्रकों से अवैध वसूली की शिकायत पर पुलिस महानिदेशक ने गोपनीय तरीके से वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार और मोहित गुप्ता के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों का एक दल शनिवार को सुबह गिरवां थाने भेजा था।
इस दल ने पुलिसकर्मियों सहित कुछ लोगों को ट्रकों से वसूली करते रंगे हाथ पकड़ लिया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इसी बीच पुलिसकर्मियों ने दल पर हमला बोल दिया। हमले में आईपीएस अधिकारी हिमांशु के हाथ पैर टूट गए। उन्होंने बताया कि इस मामले में गिरवां थानाध्यक्ष विवेक प्रताप सिंह और एक सिपाही को निलंबित कर चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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