नई दिल्ली। फिलहाल एनडीए में भाजपा की सहयोगी तेलगू देशम पार्टी (टीडीपी) ने गठबंधन में बने रहने की बात कही है। रविवार को टीडीपी संसदीय समिति की बैठक के बाद प्रदेश के मंत्री वाइएस चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि फिलहाल एनडीए से अलग होने मुद्दे पर कोई बात नहीं हुई है। बैठक में बजट और आंध्र प्रदेश की अनदेखी पर चर्चा हुई है। हम इसके लिए केंद्र पर दबाव बनाते रहेंगे। अगर जरूरत पड़ी तो संसद में भी इस मामले को उठाया जाएगा।, जो भी मामला है उसे 4 दिन में सुलझा लिया जाएगा।
सुत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बैठक से पहले केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने नायडू को फोन मंत्रणा करते हुए आग्रह किया था कि इस बैठक में कोई कड़ा फैसला न लें। बता दें कि टीडीपी बजट में आंध्र प्रदेश की अनदेखी पर खफा चल रही है और माना जा रहा था कि इस बैठक में नायडू भाजपा से अफना गठबंधन खत्म करने का ऐलान कर सकते थे।
हालांकि बता दें कि जब पार्टी चन्द्र बाबू नायडु ने अपने संसदीय दल की आपात बैठक बुलाई थी तो अंदाज यह लगाया जा रहा था कि टीडीपी अब भाजपा से गठबंधन तोडऩे की घोषणा करेगी लेकिन संसदीय समिति की बैठक के बाद पार्टी के आधिकारिक बयान में ऐसा कुछ भी नहीं दिखा। वैसे बजट में आंध्र प्रदेश की अनदेखी के मुद्दे पर गठबंधन से अलग होने को मामले पर फैसला होना था। इससे पहले खबर यह भी आ रही थी कि आंध्र प्रदेश के सीएम ने शनिवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से भी बात की थी, लेकिन चौधरी ने इस मामले पर सफाई देते हुए बताया कि सीएम चंद्रबाबू नायडू ने शिवसेना प्रमुख से बात नहीं की है। यहां तक कि मुख्यमंत्री और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बीच भी कोई बात नहीं हुई है।
Disha News India Hindi News Portal