नई दिल्ली. राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को 106 लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया. पहला सम्मान आर्किटेक्ट बालकृष्ण दोषी को उन्होंने दिया है. बेटी ने पिता बालकृष्ण को मिला पद्म विभूषण सम्मान ग्रहण किया.
कुमार मंगलम परिवार के चौथे शख्स, जिन्हें मिला सम्मान
इसके बाद कुमार मंगलम बिड़ला को व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में योगदान के लिए भारत के तीसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया. वे अपने परिवार में पद्म पुरस्कार पाने वाले चौथे व्यक्ति हैं. उनसे पहले मां राजश्री, दादा बसंत कुमार बिड़ला को पद्म भूषण और परदादा घनश्याम दास बिड़ला को पद्म विभूषण पुरस्कार मिल चुके हैं.
इन विभूतियों को मिला पुरस्कार
– पंडवानी लोक गायिका उषा बारले को राष्ट्रपति मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया. उनका नाम जब अनाउंस किया गया तो वे पीएम मोदी के सामने घुटनों के बल बैठ गईं. फिर उन्हें प्रणाम किया.
– चुनारा समुदाय के सातवीं पीढ़ी के कलमकारी कलाकार भानुभाई चुनीलाल चितारा, जिन्होंने माता नी पछेड़ी पेंटिंग की 400 साल पुरानी कला को जीवित रखा है, उन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया.
– सर्प पकडऩे के विशेषज्ञ वडीवेल गोपाल और मासी सडयान को पद्म श्री से सम्मानित किया.
– एक्वाकल्चरिस्ट मोदादुगु विजय गुप्ता को पद्मश्री सम्मान मिला है. वे एशिया में नीली क्रांति के वास्तुकारों में से एक हैं.
– असम की सदियों पुरानी पारंपरिक मुखौटा बनाने की संस्कृति को संरक्षित करने वाले मुखौटा निर्माता हेमचंद्र गोस्वामी को पद्म श्री से सम्मानित किया.
– सम की सदियों पुरानी पारंपरिक मुखौटा बनाने की संस्कृति को संरक्षित करने वाले मुखौटा निर्माता हेमचंद्र गोस्वामी को पद्म श्री से सम्मानित किया.
– खानाबदोश समुदायों के कल्या के लिए योगदान देने वाले सामाजिक कार्यकर्ता भिकू रामजी इदाते को पद्म श्री से सम्मानित किया.
पंजाबी और हिन्दी साहित्य के प्रख्यात विद्वान रतन सिंह जग्गी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया.
– जमातिया समुदाय को सुरक्षा और उत्थान के लिए जीवन समर्पित करने वाले बिक्रम बहादुर जमातिया को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया.
– भारत के प्रसिद्ध निवेशक राकेश राधेश्याम झुनझुनवाला को (मरणोपरांत) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया.
– दिग्गज भरतनाट्यम गुरु थिरुविडैमरुथुर कुप्पैया कल्याणसुंदरम को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पद्म श्री से सम्मानित किया.
मुलायम को मरणोपरांत मिला पद्म विभूषण
मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण सम्मान मिला है. 10 अक्टूबर 2022 को उनका लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था. मुलायम सिंह यादव 1967 में पहली बार जसवंतनगर सीट से विधायक बने थे. इसके बाद 5 दिसंबर 1989 को पहली बार यूपी के सीएम बने थे. इसके बाद वे दो बार सीएम रहे. उनके निधन के बाद समर्थकों ने भारत रत्न देने की मांग उठाई थी.
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर हुआ था ऐलान
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा की थी. इस मौके पर पीएम मोदी के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला आदि लोग थे.