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प्रदेश भर में बारिश ने खोली जिम्मेदार विभागों की पोल

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पिछले 24 घण्टों में दस मौतों के साथ ही अब तब मरने वालों की संख्या हुई 80

लखनऊ। तकरीबन हर बार की तरह इस बार भी प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ही जहां मात्र शुरूआती बारिश में नगर निगम समेत तमाम विभागों की पोल खुल गई। इसके अलावा पिछले चौबीस घण्टे की बारिश के चलते जहां प्रदेश के कई जिलों में हालात बेहद ही नाजुक हो चले हैं वहीं इन चौबीस घण्टों में हुई दस और मौतों के साथ ही अब तक मरने वालों की संख्या तकरीबन 80 हो चुकी है।

  गौरतलब है कि अभी सवान की शुरूआती बारिश हुई है और प्रदेश की राजधानी लखनऊ में ही जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया और नीचले इलाकों में जमा पानी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। लखनऊ में पिछले करीब दो घंटे से हो रही बारिश से शहर के विभन्न इलाकों में सड़कों पानी जमा हो गया ,जिससे यातायात प्रभावित हुआ है।

इतना ही नही बल्कि बारिश के कारण स्कूल जाने वाले बच्चों और कर्मचारियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी।  सीवर चौक होने से सड़कों पर कई फीट हो गया है. यहां हुई पहली भारी ने लखनऊ नगर निगम के पानी निकसी के दावों की पोल खोलकर रख दी।

साथ ही सीवर लाइन में कूड़ा जमा होने से जल जमाव की समस्या पैदा हो गई है। लखनऊ के पॉश हजरतगंज, गोमतीनगर, महानगर के अलावा पुराने लखनऊ में अनेक स्थानों पर पानी जमा हो गया है।  नगर निगम कर्मचारी पानी निकालने की व्यवस्था में लगे हैं। बारिश के चलते कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी प्रभावित होने की सूचना है।

वहीं जबकि इसके अलावा उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में पिछले 24 घंटे के दौरान हुई भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में दस लोगों की मौत हो गयी जबकि सात अन्य घायल हो गये। इसके बाद  पिछले हफ्ते से अब तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में मरने वालों की संख्या 80 पहुंच गई है।

इस बाबत जानकारी देते हुए राहत आयुक्त संजय प्रसाद ने कहा कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रविवार से हो रही बारिश में दस लोगों की मौत हो गई है जबकि सात अन्य घायल हुए हैं।

उन्होंने बताया कि पिछले हफ्ते से आज सुबह साढ़े ग्यारह बजे तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 80 लोगों की मौत हुई है जबकि 84 लोग घायल हुए हैं। पिछले हफ्ते सबसे अधिक 11 मौतें सहारनपुर में हुईं। बारिश से जुड़ी घटनाओं में 44 मवेशियों की मौत हो गयी और 451 मकान क्षतिग्रस्त हो गये।

इसके साथ ही राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों के आला अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे जनता को सचेत करें और प्रभावित क्षेत्रों का व्यापक दौरा करें। साथ ही जर्जर भवनों को तत्काल खाली करायें। योगी ने अधिकारियों को वित्तीय एवं चिकित्सकीय मदद मुहैया कराने को भी कहा है।

इसके अलावा केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार शारदा नदी लखीमपुर के पलियाकलां में और घाघरा नदी बाराबंकी के एल्गिन ब्रिज पर और अयोध्या में खतरे के निशान से उपर बह रही है। रिपोर्ट में कहा गया कि फतेहगढ़, कन्नौज, कानपुर देहात, गढ मुक्तेश्वर, इलाहाबाद, वाराणसी, गाजीपुर और बलिया में गंगा का जलस्तर चढ़ रहा है।

इतना ही नही बल्कि इनके साथ ही बागपत, मथुरा, आगरा, औरैया, कालपी और हमीरपुर में यमुना का जलस्तर चढ रहा है। गोमती नदी का जलस्तर सीतापुर के नीमसार में चढ़ रहा है जबकि सिद्धार्थनगर में राप्ती नदी का जलस्तर चढ रहा है।

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